नई दिल्ली: मशहूर बांग्ला एक्टर सौमित्र चटर्जी का लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया. 85 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है. उन्हें कोलकाता के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सौमत्री चटर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टर्स की टीम ने यह जानकारी साझा की है. सौमित्र चटर्जी को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे सौंमित्र
सौमित्र लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे. लंबे समय से डॉकटर्स को कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला रहा था. उनका इलाज कर रहे डॉक्टर्स का कहना था कि काफी प्रयासों के बावजूद उनका फिजियोलॉजिकल सिस्टम रिस्पॉन्ड नहीं कर रहा था.
हालत में नहीं हो रहा था सुधार
डॉक्टर का कहना है कि कोरोना के चलते उनका नर्वस सिस्टम निष्क्रिय हो गया था. ऐसे में सभी प्रयास असफल साबित हुए. उनके इलाज में स्टेरॉयड, इम्युनोग्लोबुलिन, कार्डियोलॉजी, एंटी-वायरल, थेरेपी इम्यूनोलॉजी का प्रयोग किया जा चुका था. न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी और क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम ने पिछले 40 दिनों में सौमित्र चटर्जी के स्वास्थ्य का ख्याल रखा रही थी.
परिवार ने पहले ही छोड़ दी थी आस
सौमित्रा का परिवार भी हताश हो गया था. परिवार के सदस्यों ने सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं. 85 वर्षीय सौमित्र चटर्जी के अंग अच्छी तरह से काम कर रहे थे, लेकिन उनके रक्त में यूरिया और सोडियम का स्तर गिर गया था. इसके बाद 6 अक्टूबर को कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे.
कोविड पॉजिटिव हुए थे सौमित्र
सत्यजीत रॉय की फिल्म ‘अपुर संसार’ से सौमित्र चटर्जी ने अपने करियर की शुरुआत की थी. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद 6 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी रिपोर्ट तो कोरोना निगेटिव आ गई थी, लेकिन कई और परेशानिया पैदा हो गईं थी, जिसकी वजह से आज उनका निधन हो गया.
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